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सोने से पहले न खाएं ये 7 चीजें, होंगे नुकसान...

  • Health tips in hindi
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अक्सर हम सोने से पहले कुछ खाना या पीना पसंद करते हैं. कई बार हम ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जो हमारी नींद को खराब और हमें परेशान कर सकती हैं.

अच्छी नींद किसे नहीं चाहिए. दिन भर काम की थकान के बाद एक गहरी और अच्छी नींद (sleep well) ही आपको अगले दिन के लिए तैयार करती है. हम सभी को कम से कम 8 घंटे की नींद जरूरी है.

अक्सर लोगों को शिकायत होती है कि 'नींद नहीं आती मुझे' कुछ लोग तो इसके लिए नींद की गोली (sleeping pills) तक लेते हैं, लेकिन यह आपकी सेहत पर बुरा प्रभाव डाल सकती है. नींद की गोलियां लेना आपकी सेहत पर नकारात्मक असर (sleeping pills side effects in hindi) कर सकती है.

माना कि नींद न आना या कम आना एक समस्या है, लेकिन इसके लिए नींद आने के उपाय तलाशें न की दवा. कई बार नींद से जुडी कोई समस्या न होने के कारण भी नींद प्रभावित हो जाती है, इसके पीछे वजह होती है आपकी खुद की गलतियां.


अक्सर हम सोने से पहले कुछ खाना या पीना पसंद करते हैं. कई बार हम ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जो हमारी नींद को खराब और हमें परेशान कर सकती हैं. तो एक नजर उन 7 चीजों पर जो सोने से पहले नहीं खानी चाहिए…




7 चीजें जो सोने से पहले नहीं खानी चाहिए






  • सोने से पहले न पीएं ग्रीन टी
    अगर आप ग्रीन टी पीना पसंद करते हैं तो यह एक अच्छी बात है. लेकिन इसे पीने का सही समय पता होना बहुत जरूरी है. रात को सोने से पहले ग्रीन टी का सेवन करना ठीक नहीं. इससे ग्रीन टी में मौजूद कैफीन आपकी नींद को भगा सकते हैं.





  • सोने से पहले न खाएं चिकन

सोने से पहले चिकन या प्रोटीन वाले आहार खाने से बचें. हमें यह जान लेना चाहिए कि नींद में हमारे शरीर की पाचन क्षमता 50 फीसदी स्लो होती है. और प्रोटीन को पचा पाने में शरीर काफी समय लेता है. इसलिए अगर आप सोने से पहले प्रोटीन लेंगे तो शरीर का ध्यान सोने की बजाए प्रोटीन को पचाने पर होगा.





  • सोने से पहले न खाएं मीठा

सोने से पहले अगर आप मीठा खाएंगे तो यह आपकी नींद को डिस्टर्ब कर सकता है. मीठे में काफी कैलोरी होती है और साथ ही फेट भी. मीठा कुछ ही देर में आपके खून में इंसुलिन की मात्रा को बढ़ा देता है जिससे आप एक्टिव महसूस करने लगते हैं.





  • सोने से पहले न खाएं

चॉकलेटचॉकलेट में काफी मात्रा में कैफीन होता है, जो नींद को खराब करने के लिए काफी होता है. अगर घर में खाने के लिए कुछ न हो तो भी रात में चॉकलेट को अंतिम विकल्प मानें. जिस तरह सोने से पहले कॉफी लेना ठीक नहीं उसी तरह चॉकलेट भी नहीं लेनी चाहिए.





  • सोने से पहले न लें वाइन

हो सकता है कि आप कई बार सोने से पहले वाइन लेते हैं. हो सकता है कि इससे आपको अच्छी नींद आए. लेकिन यह एक अच्छा आइडिया नहीं. लेकिन बाद में आपको सिरदर्द और बेचैनी महसूस हो सकती है.





  • सोने से पहले न खाएं मसालेदार खाना

मसालेदार खाना आपके शरीर के तापमान को बढ़ा देता है जिसके चलते आप बेचैनी महसूस कर सकते हैं. रात को सोने से पहले अगर आप स्पाइसी खाना खाएंगे तो यह पेट में जलन भी पैदा कर सकता है. यह गैस और अपच के चलते आपको परेशानियां दे सकता है.



खाली पेट नहीं खानी चाहिए ये 5 चीजें, हो सकती हैं खतरनाक!

Health Tips
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हम जो भी खाते हैं उसका सीधा असर हमारी सेहत पर पड़ता है. फूड के रिएक्शन भी होते हैं. इसलिए अपने आहार में यह बात आपको अच्छी तरह पता होनी चाहिए कि कौन सी चीजें कब खानी हैं. तो चलिए आज हम आपको बताते हैं ऐसे 4 फूड जो कभी भी खाली पेट नहीं खाने चाहिए


सुबह का नाश्ता बहुत ही जरूरी है. आपने सुना ही होगा कि 'Breakfast Like A King'. इसके पीछे वजह है कि अगर आप सुबह का नाश्ता अच्छा और पोषण से भरपूर कर लेते हैं तो यह आपको पूरा दिन ऊर्जावान बनाए रखता है. सुबह का नाश्ता वह खाना है जो आप पूरी रात के खाली पेट के बाद खाते हैं.

इसलिए आप हेवी ब्रेकफास्ट (Breakfast) कर सकते हैं. लेकिन व्यस्तता के चलते अक्सर लोग ब्रेकफास्ट ही नहीं करते. और अगर करते हैं तो कई बार गलत आहार को चुन लेते हैं. क्या आपको पता है कि कुछ चीजें ऐसी हैं जो आपको खाली पेट नहीं खानी चाहिए. हम जो भी खाते हैं उसका सीधा असर हमारी सेहत पर पड़ता है. फूड के रिएक्शन भी होते हैं.

इसलिए अपने आहार में यह बात आपको अच्छी तरह पता होनी चाहिए कि कौन सी चीजें कब खानी हैं. तो चलिए आज हम आपको बताते हैं ऐसे 4 फूड जो कभी भी खाली पेट नहीं खाने चाहिए.

खाली पेट भूलकर भी ना खाएं ये 5 चीजें


  • खट्टे फल : खट्टे फल विटामिन सी का अच्छा स्रोत होते हैं. इनमें संतरा, मौसंबी, नींबू, कीवी जैसे फल शामिल हैं. हो सकता है कि आपको यह फल बहुत पसंद हों और हों भी क्यों न इनमे सेहत का खजाना जो है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि खाली पेट इन्हें लेने से यह आपको फायदे की जगह नुकसान पहुंचा सकते हैं. असल में खट्टे फल यानी साइट्रस फ्रूट्स (Citric Fruit) ऐसिडिक होते हैं. इन्हें खाली पेट लेने से हार्टबर्न और गैस्ट्रिक समस्याएं हो सकती हैं.
  • खाली पेट क्यों नहीं खाना चाहिए टमाटर: अगर टमाटर का नाम सुनते ही आपके मुंह में भी पानी आ जाता है, तो यकीनन आप सेहत और स्वाद से भरपूर आहार को पसंद करते हैं. टमाटर आपकी पूरी सेहत के लिए अच्छे होते हैं. टमाटर में विटामिन और एंटीऑक्सिडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि टमाटर को खाली पेट खाना आपको फायदे के साथ ही नुकसान भी पहुंचा सकता है. असल में टमाटर के एसिडिक नेचर की वजह से यह खाली पेट खाने पर आपके पेट को नुकसान पहुंचा सकता है. खाली पेट टमाटर खाने से पेट में दर्द या अल्सर जैसी समस्याएं हो सकती हैं |

  • खाली पेट क्यों नहीं लेने चाहिए कार्बोनेटेड ड्रिंक्स :
    भले ही आपको कार्बोनेटेड ड्रिंक्स पसंद हों, लेकिन यह आपकी सेहत के लिए अच्छी नहीं. फिर भी अगर आप इन्हें लेते हैं, तो इस बात का ध्यान रखें कि कभी भी खाली पेट इनका सेवन न करें.

  • खाली पेट क्यों नहीं खाना चाहिए सलाद :
    कहते हैं कि सलाद सेहत से भरपूर आहार है. यह आपके पाचन में मदद करता है और वजन कम करने में भी खूब मददगार होता है. सलाद फाइबर (Fibre) से भरपूर होता है, जोकि सेहत के लिए अच्छा माना जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि खाली पेट सलाद खाने से आपको फायदे की जगह नुकसान भी हो सकता है. खाली पेट सलाद लेने से पेट में गैस, हार्टबर्न जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
  • खाली पेट क्यों नहीं खाना चाहिए केला :
    केले में बहुत से पोषक तत्व होते हैं. यह एक अच्छा आहार है. केला मैग्नीशियम और पोटैशियम से भरपूर होता है. लेकिन इसे खाली पेट खाने से बचना चाहिए. असल में केले में मौजूद ये पोष्टिक तत्व पेट में बेचैनी, उल्टी जैसी परेशानी पैदा कर सकते हैं.

मुंह की बीमारियों को लें गंभीरता से, हो सकती है ये जानलेवा बीमारी

Muh ki bimariya
Dieses of mouth

मुंह की साफ-सफाई हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है लेकिन हम इस पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं।लेकिन क्या आपको पता है मुंह में होने वाली कई तकलीफें किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकती हैं।

एक अध्ययन में पाया गया है कि सामान्य की तुलना में मुंह की बीमारियां 75 फीसदी कैंसर के खतरे को बढ़ा सकती हैं। आइए जानते हैं क्या कहती है रिसर्च?

लंदन में हुई एक रिसर्च के मुताबिक कैंसर के संबंध मुंह से जुड़ी बीमारियों का संबंध अक्सर लिवर कैंसर या फिर लिवर या फिर पचन से संबंधी बीमारियों से जोड़ा जाता था लेकिन ऐसा नहीं है। तकरीबन 4 लाख से ज्यादा लोगों पर हुई इस नई रिसर्च में यह दावा किया गया है कि हेपेटोबिलरी कैंसर को छोड़ खराब मुंह की बीमारियों का गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसर से कोई खास संबंध नही है।

आपको बता दें कि यह रिसर्च मलाशय और अग्नाशय के कैंसर के बीच संबंध को लेकर क्वीन्स यूनिवर्सिटी बेलफास्ट के शोधकर्ताओं ने यूके में 4,69,000 से अधिक लोगों के एक बड़े समूह पर अध्ययन किया।

क्वीन्स यूनिवर्सिटी बेलफास्ट में सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्र और अध्ययन के प्रमुख लेखक डॉ हेडी डब्लयूटी जोर्डैओ के मुताबिक बताया कि मुंह की बीमारियों का हृदय रोग, स्ट्रोक और मधुमेह जैसी कई बीमारियों से होता है। हालांकि खराब ओरल हेल्थ और विशिष्ट प्रकार के गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल कैंसर के बीच संबंध पर साक्ष्य असंगत हैं, जो कि हमारे शोध का उद्देश्य है।

लिवर करता है ये खास काम

डॉ हेडी डब्लयूटी जोर्डैओ ने आगे बताया कि मानव शरीर से बैक्टीरिया को निकालने में लिवर का योगदान होता है। जब लिवर हेपेटाइटिस, सिरोसिस या कैंसर जैसे रोगों से ग्रसित हो जाए तो यह काम करना बंद कर देता है, जिससे बैक्टीरिया शरीर में लंबे समय तक जीवित रहते हैं और नुकसान की संभावना बढ़ जाती है।

फोसोबैक्टीरियम न्यूक्लिएटम एक बैक्टीरिया है जिसका जन्म मुंह से ही होता है लेकिन लिवर के कैंसर में इसकी भूमिका स्पष्ट नहीं है, इसलिए माइक्रोबायोम और लिवर कैंसर की जांच करने वाले अन्य अध्ययनों को भी देखा जाएगा।


वहीं एक अन्य अध्ययन में पाया गया कि यदि मुंह की सेहत ठीक नहीं है तो लोगों के दांत जल्दी टूट जाते हैं। जिस वजह से लोग मुलायम चीजें खाने लगते हैं जिसमें पौष्टिकता की मात्रा कम होती है। इस वजह से लिवर कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।

टाइप 2 डायबिटीज कैसे कंट्रोल करें, बदलते मौसम में ब्लड शुगर लेवल कैसे ठीक होगा!

Sugar control kaise kare
How to control diabetes


डायब‍िटीज को कंट्रोल करने के ल‍िए जरूरी है क‍ि आप अपनी डाइट ठीक रखें. आपके खानपान में ऐसी चीजें होनी चाह‍िए जो डायब‍िटीज को बढ़ाने के बजाए उसे कंट्रोल कर सकें. अगर आप वेज‍ि‍टेर‍ियन हैं तो आपको डायबिटीज डाइट चार्ट वेजीटेरियन (Diabetes Diet Chart Vegetarian) फॉलो करना होगा.

Diabetes Diet:


ब्लड शुगर के लक्षण समझ कर सही समय पर उसका इलाज यानी रोकथाम करना जरूरी है. हाई ब्लड शुगर आपके स्वास्थ्य के लि‍ए खतरनाक है. इसल‍िए अपने ब्लड शुगर लेवल चार्ट (Blood Sugar Levels Chart) को मेंटेन करने की आदत डाल लें.

इसके ल‍िए आपको यह जानना जरूरी है क‍ि नार्मल ब्लड शुगर लेवल क‍ितना होता है और रैंडम ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Levels Random) या ब्लड शुगर पैरामीटर्स क्या हैं. ब्लड शुगर बढ़ने के लक्षण हर किसी में अलग-अलग दि‍ख सकते हैं.

Diabetes Type 2

डायबिटीज (Type 2 Diabetes) आज लाखों लोगों को प्रभावित कर रहा है, ऐसे में इसके लक्षणों (Diabetes Symptom) को कंट्रोल करना मुश्किल हो गया है. डायबिटीज के रोगी की डाइट को समझना एक मुश्किल सब्‍जेक्‍ट हो सकता है. इस बात से अब लोग अंजान नहीं रहे क‍ि डायबिटीज क्या है (What is Diabetes).

ज्यादातर लोग इस बात से अवगत हो चुके हैं क‍ि डायबिटीज एक लाइफस्टाइल रोग है. ऐसे में आप डायब‍िटीज से बचने के उपाय पहले ही अपना सकते हैं. डायबिटीज कंट्रोल करने के ल‍िए सही आहार का पालन करना सही रहता है.

ऐसा करने से आप डायबिटीज लेवल को न‍ियंत्रित कर सकते हैं. तो चलि‍ए हम आपको बताते हैं क‍ि डायबिटीज से कैसे बचे, डायबिटीज कैसे कंट्रोल करें, डायबिटीज के लक्षण और उपाय, डायबिटीज कैसे ठीक होगा (Diabetes Treatment), डायबिटीज कैसे कम करें जैसी आपकी हर समस्या का हल.




डायब‍िटीज को कंट्रोल करने के ल‍िए जरूरी है क‍ि आप अपनी डाइट ठीक रखें. आपके खानपान में ऐसी चीजें होनी चाह‍िए जो डायब‍िटीज को बढ़ाने के बजाए उसे कंट्रोल कर सकें. अगर आप वेज‍ि‍टेर‍ियन हैं तो आपको डायबिटीज डाइट चार्ट वेजीटेरियन फॉलो करना होगा.

ऐसे में हम आपको बताते हैं एक ऐसी ही चीज के बारे में जो मधुमेह यानी डायबिटीज में ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मददगार है. इन्हीं में से एक है तिल. त‍िल अपने पोषक गुणों के चलते आपकी कर सकता है और इसके सेवन से आप ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल कर सकते हैं.

आंखों के लाल होने पर न करें नजरंदाज


आंखों के लाल होने पर न करें नजरंदाज

Tips For Read Eyes
Tips For Read Eyes



अगर आपकी जरा जरा सी देर में आंखें लाल हो जाती हैं तो इसे बिल्कुल नजरंदाज न करें। क्योंकि आपकी थोड़ी सी लापरवाही आपको जिंदगीभर भुगतनी पड़ सकती है।


आंखों का बार-बार लाल होना इस बात का सिग्नल है कि आपकी हड्डियां कमजोर हैं या आपको  आर्थराइटिस की समस्या है। भारत में आर्थराइटिस के मरीजों की संख्या करीब eighteen करोड़ है, जिसमें से लगभग fifteen करोड़ को घुटना दर्द की समस्या है। आखिर दिन व दिन क्यों बढ़ रही है ये समस्या।




हड्डियों के विशेषज्ञों की मानें तो ये समस्या आज आम हो गई है। खासकर ऑफिस गोइंग पीपल को ये ज्यादा इफेक्ट कर रही है। इसके पीछे का करण वो बताते हैं। कैल्शियम की कमी और आज का बेढंगा खानपान। इसके कारण हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। अक्सर जोड़ों के दर्द, सूजन या अकड़न की समस्या से परेशान रहते हैं।




सेंटर फॉर नी एंड हिप केयर के वरिष्ठ आर्थोपेडिक व सर्जन डॉ. अखिलेश यादव बताते हैं कि आर्थराइटिस शरीर के fifteen मुख्य अंगों को नुकसान पहुंचाती है। इसमें हड्डियों में ऑस्टियोपोरेसिस, मसल्स में कमजोरी, सेल्स डैमेज, आंखों में रूखापन, आंखों में लालपन, आंखों में दर्द और धुंधलापन, खून में कमी, निमोनिया, हार्ट अटैक और स्ट्रोक आदि जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है।

आर्थराइटिस की समस्या बुजुर्गों के साथ युवाओं में भी आम हो गई है। युवाओं में आर्थराइटिस की समस्या स्टेरायड, सप्लीमेंट, कैल्शियम की कमी और गलत खान-पान के कारण हो रही है। इसके अलावा बैठने की गलत आदतें व एक्सरसाइज करने का गलत तरीका भी इसका एक बड़ा कारण है।

मूल रूप से ओस्टियोआर्थराइटिस आर्थराइटिस का ही एक रूप है जो कि उम्र के बढ़ने पर अधिक पाई जाती है लेकिन रूमेटॉयड आर्थराइटिस किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकती हैं। इसमें आपका इम्यून सिस्टम अत्यधिक सक्रिय हो जाता है। जोड़ों का सबसे बड़ा कारण है उठने-बैठने का गलत तरीका। ज्यादातर लोग आलथी-पालथी मार के बैठते हैं, जिससे जोड़ों पर जोर पड़ता है।

आर्थराइटिस से बचने के लिए पैरों को मोड़कर बैठने से बचें और धूम्रपान न करें। पोष्टिक आहार की मदद से इस बीमारी से बचा जा सकता है। आर्थराइटिस की समस्या होने पर शुरुआती चरण में दवाइयों के साथ फिजियोथेरेपी की भी जरूरत पड़ती है।


Tips for Baby Dental Care

Baby Dental care
Baby Dental care

1) Dental Care Starts Before Teeth Arrive: From the moment your baby is born, you should be concerned with their dental hygiene.




Babies aren’t born with teeth (except in rare cases) but taking care of their gums is important. Gently massage their gums with an infant toothbrush (I’ve heard great things about the banana training toothbrush) or a soft washcloth. It’s important to brush the gums before teeth even come in.





2) When Teeth Come In: When teeth appear, brush twice daily with an infant toothbrush and training toothpaste (which doesn’t have fluoride –  toothpaste is a great option.)




Start flossing when two teeth touch each other. Even if your child resists, make sure you get those teeth cleaned as good as possible, especially before bedtime. Jack really loves to use children's floss picks.




After your infant takes a bottle, gently wash off their teeth with a wet cloth, so the milk doesn’t stick to their teeth more. For older children, encourage them to drink water every time they eat something, which helps cleanse the teeth as well.




Tips for Baby Dental Care





3) Visiting the Dentist: As I mentioned earlier, try to visit the dentist by the age of one. Some people think this is a silly recommendation, but I wish we had.




If he had gone in earlier, we could have been alerted to the fact that his teeth were more susceptible to cavities, and perhaps avoid having to put him under anesthesia and go through the process of putting fillings in.




4)When to Start Using Fluoride Toothpaste : Fluoride is an interesting thing. It has a lot of benefits, but you can definitely use it too much.




With toothpaste, when you spit it out, you don’t get a lot of the fluoride going into your body, but when a child or baby who can’t spit out the toothpaste yet, you don’t know how much they are getting. So as a general rule of thumb, don’t use toothpaste with fluoride until they can spit it into the sink. Instead, use a children’s toothpaste.




If your area doesn’t have fluoride naturally in the water, then be sure to get some fluoride drops from your doctor or county health building.




5) Foods that are good for teeth: Cheese, sweet potatoes, oranges cranberries, apples, water




6) Foods that are bad for teeth: Sweets and sugar, juice, white foods (white bread, rice, potatoes, white pasta, crackers (can be as bad as candy for the teeth), fruit snacks, and raisins.


What Are The Health Benefits Of Yoga For Kids?


Yoga can be applied to almost people and the age and condition of those people.

Health benefits for kids
Health benefits for kids



The health benefits of yoga for kids are many, and kids yoga classes are many and profuse because of that. I just returned from a middle school tour for my oldest child, and the principal was telling me how all the kids start the day with a yoga class. I said to her I thought that was a great idea, not only for the kids’ bodies but also for their minds.

Physically speaking, yoga can be a dynamic exercise, balancing off a day of sitting behind a school desk. Yet this is just the beginning of the benefits of yoga for kids. Yoga is such a well-rounded and dynamic exercise that it gives the kids away to fully exploit their physicality with poses and sequences that challenge strength, stamina, cardio as well as balance, coordination, and flexibility.

Allowing the child to evolve in school as equally physically as mentally. Also giving the kids a chance to burn off some of that tremendous kid energy, allowing them to sit more still in the classroom, especially when you combine that with the stretching which releases the physical tension, contributing to more stillness and better focus.




More kids yoga benefits include the mental calm and focus achieved through breathing exercises, which along with the stretching relax the children and help them be more present. She said all this was very important to help the child get the most from the school experience.

Yet, she said to be the biggest reason for the morning yoga program was to teach the kid's relaxation techniques that calm and center them.




She explained the high level of anxiety many children experience and how that affects their ability to learn. So getting them to relax is very important, but even more important is teaching them what to do when they feel emotional or overwhelmed or anxious.

Teaching the kids to come back to their breath to calm down and center themselves. Teaching them to start noticing (mindfulness) when they are becoming upset or frustrated or anxious and applying breathing and mindfulness techniques to calm and center them.




All of this can be taught to children by a talented and qualified yoga instructor. All of this can be taught and applied to any age group, you just need to adjust the methods according to the audience. Kids yoga has been around for a while now and there are some hugely talented instructors like our instructor on poweryoga.com.




I am sure I am just scratching the surface here in this blog, as I have been a kid who practiced yoga (a long time ago) and remembers some of these benefits, but I am not a qualified kids yoga instructor and as I said, I’m probably not even scratching the surface of the benefits of kids yoga. Yet let me say, the things I learned as a kid practicing yoga helped me in many situations in my life and throughout my life and mostly outside of school.




One thing is for sure, because of the health benefits of yoga for kids, kids yoga classes are prolific and many, many schools are incorporating yoga into their curriculum, as well as many local yoga studios and online studios offer kids yoga tailored to almost every age group.